DEPRECIATION
DEPRECIATION (ह्रास ) किसी सम्पत्ति के मूल्य में किसी भी कारण से होने वाली धीरे - धीरे स्थायी कमी को ह्रास कहते हैं। वस्तुतः मूल्य में ह्रास कई कमी से होती हैं जैसे - टूट - फूट , समय का व्यतीत होना , अप्रचलन , दुर्घटना आदि। सामान्य बोलचाल की भाषा में मूल्य ह्रास का अभिप्राय मूल्य में कमी से लगाया जाता है परन्तु इसे लेखांकन की दृष्टि से देखा जाय तो इसका अर्थ स्थायी स्थायी सम्पत्ति के पुस्तकीय मूल्य में कमी से है। इंस्टिट्यूट ऑफ़ कास्ट एंड मेनेजमेंट आकउंटिंग लन्दन के अनुसार " ह्रास पर परिसंपत्ति के वास्तविक मुल्ये में इसके उपयोग एवं समय बिताने के कारन आई घटोत्तरी को कहते है ह्रास एवं इससे मेल खाते शब्द : कुछ ऐसे शब्द भी होते है जैसे स्थितिकरण एवं परिशोध जो ह्रास के सम्वन्ध में प्रयुक्त होते है इसका कारण इनका समान लेखांकन व्यावहार है चुकी शव्द विभिन्न परिसम्पति की उपयोगीता संपत्ति का प्रतिनिध...